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ऐसा दृश्य प्रायः कब होता था ?
by Sanjaya Kala on 10 October 2024, people wrote-
Jee, yeh hamare zamane ki magistrate checking hai train ki. Police le kar magistrate station se door kahin train rukwata tha, donon taraf police hoti thi. magistrate ki help ke liye TT hota tha. Bina tikat walon ko fine aur rasid di jati thi. jin ke pas paise nahi hote the unko jail le jaya jata tha. Koi bhag nahi sakta tha, donon tarf police hoti thi.
~Chandra Shekhar Mehta
I think railway magistrate checking...
~Shiv Gupta
मैजिस्ट्रेट चेकिंग का सीन
~Ajay Pandey
Chandra Shekhar Mehta अंकल कुछेक बार हमने भी बिना टिकट यात्रा की है
एक बार जोधपुर हावड़ा से हमें जाना था इलाहाबाद से कानपुर.
मेरा रिसर्वेशन कुछ दिन पहले ही हो चुका था मेरे साथ मेरे दोनों छोटे बच्चे थे 3 और 7 साल के.
मैं दिन की यात्रा में साइड लोअर बर्थ प्रेफर करती थी और अक्सर मुझे मिल भी जाती थी. छोटे बच्चों के साथ आसानी हो जाती थी.
उस दिन पूरी ट्रेन खचाखच भरी थी और मेरी सीट पर भी लोग बैठे थे मैंने सबसे गुज़ारिश की सीट खाली करने के लिए तो किसी ने कहा कि ये तो उनकी सीट है. इसपर मैंने रिजर्वेशन स्लिप निकाल कर दिखाई. लोगों ने ध्यान से देखना शुरू किया तो पता चला कि वो reservation एक दिन पहले का है
अब मुझे काटो तो खून नहीं
खैर साथ के यात्रियों ने तसल्ली दी और बैठे रहने को बोला. उस बीच टी टी आये भी और चेक करके आगे निकल गए मेरे पास आये ही नहीं. राम राम करके सफर पूरा हुआ
इस पोस्ट ने और आपके कमेंट ने पुरानी याद ताज़ा कर दी .
~Neelam Srivastava
वो ही लोग फंसते थे जो केहते थे, "अबे कौनो लोकलौ पे टिकस लेत है का।"
~Tafseer Naqvi
जब मजिस्ट्रेट प्राधिकारी द्वारा बिना टिकट यात्रियों के लिए ट्रेन की जांच की जा रही थी, तो रेलवे पुलिस ने पूरी ट्रेन को रोक दिया और उसे घेर लिया।
~Kamal Kumar Varshney
ऐसा भी कभी होता था, आज पहली बार पता चला।
~Maneesh Sahu
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